बहन की ठडं भगाई
हम दोनों भाई बहन दिसम्बर का महीना किसी तरह काट रहे थे। मेरे चाचा यु.पी से आने वाले थे। वो रजाई गद्दा लाने वाले थे। इसलिए मैंने नही ख़रीदा था। उस दिन बुधवार था। उस दिन तो गजब ही हो गया। सुबह 12 बजे तक इंतजार करने पर भी सूरज नही निकला। बाहर ना तो…