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मौका देखकर कर दी चूत चूदाई

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मेरी मम्मी के हाथ पैर बहुत दर्द करते थे इसलिए उन्होंने एक मालिश वाली रखी.. उसका नाम सुरभि था. वो 20 साल की थी उसका रंग सावला था और वो बहुत सुंदर दिखती थी. उसका शरीर गदराया हुआ था और शायद उसका फिगर 36-28-32 था. वो हर रविवार हमारे यहाँ पर मालिश करने आती थी थोड़े दिनों तक तो मुझे कुछ महसूस नहीं हुआ था.. लेकिन एक दिन जब वो मम्मी की मालिश कर रही थी तो मैंने उसको पसीने में भीगा हुआ देखा और उसकी साड़ी उसके ब्लाउज के वहाँ से सरक रही थी और इस वजह से मैंने उस दिन उसके बूब्स और अच्छे से देखे. फिर उस दिन के बाद उसके लिए मेरी नीयत बदलती गयी और में उसे देखकर मुठ मारने लगा.. कुछ दिनों तक ऐसा चला. फ़िर अचानक एक रविवार को मेरे मम्मी, पापा को बाहर जाना पड़ा और जब वो चले गये तो उसके थोड़ी देर बाद सुरभि आई.

तो मैंने उससे बोला कि घर पर कोई नहीं है. तो सुरभि बोली कि तो यह क्या अब में इतनी दूर फालतू आई? फिर मैंने कहा कि वैसे मेरे हाथ पैर बहुत दर्द कर रहे है क्या तुम मेरी मालिश कर सकती हो? तो सुरभि बोली कि चलो ठीक है अब यहाँ तक आई हूँ तो कर देती हूँ. फिर मैंने उसे थेंक्स बोला और वो अंदर आई. तो सुरभि बोली कि बताओ तुम्हे कहाँ कहाँ पर दर्द हो रहा है? मैंने कहा कि मुझे हाथ पैर और पीठ पर मालिश करवानी है. तो सुरभि बोली कि ठीक है तुम शर्ट और जीन्स उतार कर बैठ जाओ में अभी मालिश कर देती हूँ. फिर में जल्दी इस शर्ट और जीन्स उतार कर बैठ गया और उसने मेरे हाथ पर तेल डाला और हाथ दबाने लगी और फिर जैसे ही उसका हाथ मेरे हाथ पर लगा तो मेरे जिस्म में एक अलग ही जोश आ गया. फिर वो मेरी पीठ मसलने लगी. जैसे जैसे वो मालिश कर रही थी मुझे और आनन्द आ रहा था. तभी उसने बोला कि मेरी चमड़ी बहुत मुलायम है और उसने फिर उसका हाथ मेरी गांड तक पहुंच गया था जो मुझे और भी अच्छा लगा.

फिर अचानक उससे तेल की शीशी उसकी साड़ी पर गीर गयी. तो वो उसे साफ करने लग गयी मैंने कहा कि इस पर पानी डाल कर बाहर रख दो.. वो पहले तो थोड़ा शरमाई फिर उसने वैसे ही किया अब वो सिर्फ़ ब्लाउज और पेटिकोट में थी और वो फिर से मालिश करने लग गयी. तो मैंने उससे पूछा कि क्या तुम सभी की मालिश करती हो? और क्या तुम्हे मालिश की ज़रूरत नहीं है? फि वो बोली कि है तो सही.. लेकिन मेरी मालिश कौन करेगा? तभी मैंने कहा कि में भी बहुत अच्छी तरह से मालिश करता हूँ. क्या में कर दूँ तुम्हारी मालिश? वो थोड़ी देर तक तो कुछ नहीं बोली और फिर बोली कि ठीक है.. तुम कर दो. फिर मैंने कहा कि लडकियों की मालिश ब्लाउज में नहीं हो सकती तो तुम्हे ये ब्लाउज और पेटिकोट उतारने पड़ेगे. तभी उसने मना कर दिया और बोली कि नहीं में नहीं उतारूंगी और अगर आप करना चाहते हो तो ऐसे ही कर दो.

फिर वो लेट गयी और मैंने उसके हाथ से शुरू किया और फिर धीरे धीरे उसके पैर पर मालिश करने लगा. फिर धीरे धीरे में उसका पेटिकोट ऊपर करता गया उसने भी कुछ नहीं कहा. फिर में उसकी पीठ मसलने लगा और उसका पेटिकोट उसके घुटने तक था. फिर मैंने उसका पैर सीधा किया और उसके पेट पर मालिश करने लगा और मैंने उससे पूछा कि कैसा लग रहा है? तो वो बोली कि बड़ा मज़ा आ रहा है. तो मैंने हिम्मत की और उससे फिर पूछा कि अगर और मज़ा चाहिए तो ब्लाउज हटाने दो.. लेकिन वो बोली कि मुझे शरम आती है. तो मैंने कहा कि इसमे शरमाने वाली क्या बात है? में भी तो सिर्फ़ मेरे अंडरवियर में हूँ. तभी वो बोली कि ठीक है और मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया जैसे ही ब्लाउज हटाया तो मेरी आँखे खुली की खुली रह गई. उसके बूब्स उसकी काली ब्रा के बीच फंसे हुए थे और इतने में बूब्स देखकर मेरा लंड खड़ा होने लग गया.

फिर मैंने उसके ब्रा के साईड से उसके पेट पर मालिश की और फिर मैंने बिना पूछे उसके पेटिकोट की डोरी खोल दी.. अचानक वो बोली कि यह क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि इसे भी उतार दो और मज़ा आएगा और मैंने उसका पेटिकोट उतार दिया. अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी और उसकी चूत उसकी पेंटी से साफ साफ दिख रही थी और मैंने उसकी पेंटी के साईड में मालिश की. फिर वो पलट गई और अब में उसकी पीठ पर मालिश कर रहा था और मैंने उसके ब्रा का हुक खोल दिया. उसकी तरफ़ से कोई हलचल नहीं हुई.. मेरी हिम्मत और बड़ गयी. मैंने उसकी पेंटी धीरे धीरे उतारना शुरू किया तो वो एकदम से बोली कि यह क्या कर रहे हो? तभी मैंने कहा कि सुरभि में चाहता हूँ कि तुम्हे अच्छे से बॉडी मसाज दूँ इसलिए यह भी उतार रहा था.

फिर वो पीठ के बल ही लेटी हुई थी.. तो मैंने कहा कि तुम शरमाओ मत इसमे शरमाना क्या? वो बोली कि ठीक है. फिर में उसके कूल्हों पर मालिश करने लगा.. उसकी गांड बहुत ही चिकनी और बड़ी थी. उसे देखकर मेरा लंड और भी तन गया. फिर उसको मैंने बोला कि तुम सीधी हो जाओ. फिर वो सीधी हो गई तो उसके बड़े बड़े बूब्स को देखकर तो मेरा लंड पूरा जोश में आ गया और में उसके बूब्स पर मालिश करने लगा. फिर मुझे अचानक ऐसा लगा कि जैसे उसका हाथ मेरे लंड को छुआ और सही में वो मेरे लंड को सहलाने गयी थी और फिर उसने मेरी अंडरवियर उतार दी और मेरा लंड हिलाने लगी और वो बोली कि में जानती हूँ कि तुम मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो और में भी तड़प रही हूँ इसके लिए.. उसकी यह बात सुनकर में उसके बूब्स ज़ोर जोर से दबाने लगा. फिर में उसकी चूत की तरफ गया उसकी चूत पर थोड़े थोड़े बाल थे और फिर मैंने उसकी चूत के पास एक हाथ रखा. फिर एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी. उसके मुहं से एक जोर की चीख निकल गयी. फिर में उसकी चूत चाटने लगा और धीरे धीरे उसे और मज़ा आ रहा था.

फिर में दो उंगली डालकर ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करने लगा. तो उसकी चूत ने मुझ पर थूक दिया अब वो उठी और मेरा लंड चूसने लगी. वो मेरे लंड को आईसक्रीम की तरह चूस रही थी वो मेरे आंड से खेल रही थी. अब वो ज़ोर जोर से मेरा लंड हिलाने लगी और थोड़ी देर बाद मेरे लंड ने भी उसके ऊपर थूक दिया. फिर मैंने उसको उठाया और कमरे में ले गया. उसको बिस्तर पर पटक कर में उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लंड चूस रही थी. 10 मिनट बाद अब उसकी चुदाई की बारी थी. तो मैंने अलमारी खोली और एक कंडोम निकाला.. मुझे पता था कि पापा कंडोम कहाँ पर रखते है.

फिर उसने मेरे लंड को कंडोम पहनाया और फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद के पास रख दिया और उसने बिस्तर पर लेटकर अपने दोनों पैर चौड़े कर लिए. अब में धीरे धीरे अपना लंड अंदर डालने लगा. आधा लंड अंदर गया तो मैंने एकदम से पूरा लंड एक जोर के धक्के के साथ अंदर डाल दिया.. उसकी चीख निकल गयी और उसकी चूत के वहाँ से खून आने लग गया. फिर में ज़ोर ज़ोर से उसे चोदने लगा.. तो उसे भी दर्द के साथ साथ मज़ा आ रहा था. फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसे घोड़ी बनाया और उसकी गांड के छेद में अपना लंड धीरे धीरे धक्को के साथ डाल दिया और उसे चोदने लगा. उसके मुहं से आवाज़ आ रही थी. फिर में बिस्तर पर लेट गया और वो मेरे ऊपर आ गयी और मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया और उसके बूब्स चूसने लगा और उसे चोद भी रहा था.

फिर मैंने उसे खड़ा किया और चोदने लगा हम बहुत देर तक अलग अलग पोज़िशन ट्राई कर रहे. फिर आखरी में कंडोम हटाया और वो मेरा लंड चूसने लगी और फिर मैंने उसके बूब्स के बीच अपना लंड डाला और हिलाने लगा इतने में मेरे लंड ने फिर थूक दिया. फिर हम बाथरूम में गये और नहाने लगे.

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